अलीगढ़, 25 सितंबरः चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की चंद्र सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग का जश्न मनाने के लिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वीमेन्स कॉलेज ने सप्ताह भर के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।समारोह का समापन वीमेन्स कालिज की छात्राओं द्वारा ‘भारत की चंद्रमा तक यात्रा’ विषय पर एक ‘स्ट्रीट-प्ले’ (नुक्कड़-नाटक) के साथ हुआ। नाटक को आकर्षक और मनमोहक दृश्यों के साथ प्रस्तुत किया गया।
यह कार्यक्रम चंद्रमा की सतह को छूने के भारत के प्रयासों को उजागर करने पर केंद्रित था। इन दृश्यों में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के साथ-साथ चंद्रयान-1 और 2 की लॉन्चिंग के दौरान इसरो के प्रयासों को भी दर्शाया गया है।
प्रिंसिपल प्रोफेसर नईमा खातून ने छात्रों को भारत की असाधारण उपलब्धि और हमारे वैज्ञानिकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत के बारे में बताया और उन्हें समर्पित भाव से अध्ययन करने और राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रोत्र्क् की संयोजक डॉ. सदफ फरीद ने कहा कि चंद्रमा के दक्षिणी धु्रव पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग के साथ हमारे देश ने इतिहास रच दिया है।चंद्रयान-3 उत्सव का उत्सव गत 15 सितंबर को ‘भारत की नई उड़ान’ विषय पर एक ‘निबंध-लेखन प्रतियोगिता’ के साथ शुरू हुआ।श्रृंखला की दूसरी प्रतियोगिता एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता थी जिसमें ‘क्विजटेलेशनः ए स्पेस क्विज’ सुश्री जुवेरिया रहमान प्रतियोगिता की क्विज मास्टर थीं और कार्यक्रम का निर्णायक डॉ. लकी खान और डॉ. लुबना इरफान द्वारा किया गया।इस आयोजन में ग्यारह टीमों ने भाग लिया, जिनमें से प्रत्येक में तीन छात्र थे और केवल 6 टीमें क्विज के मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई हुईं।11 राउंड के सवालों के बाद टीम ‘स्टेलर’ बीएससी स्टेटिक्स के प्रतिभागियों के साथ रिया चौधरी, बुशरा रशीद और फरेहा रिजवी विजेता बनीं। दूसरा स्थान ‘कैसिनी’ टीम को मिला, जिसमें बी.ए. मनोविज्ञान की छात्रा अनुशा मुनव्वर, अफीफा जमाल और फराह नाज, बी.एससी. इतिहास की छात्राएँ शामिल थीं।तीसरा स्थान टीम ‘जेनिथ’ ने हासिल किया। जिसमें बीएससी भौतिक विज्ञान की छात्रा दीक्षा वार्ष्णेय के साथ फिजिक्स, बी.ए. की छात्रा दीक्षा सिंह एवं उन्नति नागर शामिल थीं।आमना आसिम और जुनैरा हबीब अल्वी ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि मरियम हाशमी ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।