स्वचालन और उद्योग 4.0’ पर वेबिनार
अलीगढ़, सितंबर 30ः सोफकान इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, नोएडा के विषय विशेषज्ञ राजेश सिंह (शाखा प्रबंधक) और आकाश गुरु (वरिष्ठ अभियंता) ने आटोमेशन की प्रभावकारिता को काफी कम त्रुटि मार्जिन के साथ मैन्यूफेक्चरिंग प्रक्रिया में स्वचालन की दक्षता में हुए सुधार को विस्तार से रेखांकित किया।
वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेडएच कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में ‘आटोमेशन एंड इंडस्ट्री 4.0’ पर एक वेबिनार में बोल रहे थे।
इंजीनियरिंग और उद्योग के सभी क्षेत्रों में आटोमेशन की व्याख्या करते हुए राजेश सिंह ने बताया कि “हम मैन्यूफेक्चरिंग के डिजिटलीकरण की बदौलत उत्पाद उत्पादन में एक महत्वपूर्ण बदलाव के बीच में हैं। परिवर्तन इतना सम्मोहक है कि इसे आटोमेशन क्षेत्र में चौथी क्रांति का प्रतिनिधित्व करने के लिए उद्योग 4.0 कहा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पहली औद्योगिक क्रांति से लेकर पानी और भाप के माध्यम से बड़े पैमाने पर उत्पादन और दूसरी बिजली का उपयोग करने वाली असेंबली लाइनों तक, चौथी औद्योगिक क्रांति कंप्यूटर और स्वचालन को अपनाने के साथ शुरू हुई। यह स्मार्ट और आटोनामस सिस्टम के साथ डेटा और मशीन लर्निंग को बढ़ावा देता है।
राजेश ने कहा कि उद्योग स्वचालित होने जा रहे हैं और छात्रों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
उद्योगों में साफ्टवेयर के बढ़ते विकास पर चर्चा करते हुए आकाश गुरु ने जोर देकर कहा कि प्रोग्राम लाजिकल कंट्रोलर (पीएलसी) और मानिटरिंग कंट्रोल एंड डेटा एक्विजिशन कंट्रोल (स्काडा) आटोमेशन अधिक स्पष्ट और आवश्यक होता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि नई उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकियां पिछले एक दशक में तेजी से बढ़ी हैं और अब मैन्यूफैक्चरिंग के भीतर व्यावसायिक रूप से उपलब्ध, इंटरकनेक्टेड सिस्टम के रूप में उपयोग करने के लिए तैयार हैं।
इंटरनेट आफ थिंग्स, अतिरिक्त विनिर्माण, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नई तकनीकों का अनुप्रयोग उद्योग को दुबली सफलता के नए स्तरों पर ले जा रहा है। आकाश ने जोर देकर कहा कि इन प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित छात्रों के लिए रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होंगे।
प्रोफेसर एम. मुज़म्मिल (अध्यक्ष, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग) ने वेबिनार के प्रतिभागियों रिसोर्स पर्सन्स का परिचय कराया। प्रोफेसर परवीन फारूकी और मोहम्मद नासिर खान ने आभार व्यक्त किया। वेबिनार में भाग लेने के लिए कुल 308 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया था।
वह अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जेडएच कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में ‘आटोमेशन एंड इंडस्ट्री 4.0’ पर एक वेबिनार में बोल रहे थे।
इंजीनियरिंग और उद्योग के सभी क्षेत्रों में आटोमेशन की व्याख्या करते हुए राजेश सिंह ने बताया कि “हम मैन्यूफेक्चरिंग के डिजिटलीकरण की बदौलत उत्पाद उत्पादन में एक महत्वपूर्ण बदलाव के बीच में हैं। परिवर्तन इतना सम्मोहक है कि इसे आटोमेशन क्षेत्र में चौथी क्रांति का प्रतिनिधित्व करने के लिए उद्योग 4.0 कहा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पहली औद्योगिक क्रांति से लेकर पानी और भाप के माध्यम से बड़े पैमाने पर उत्पादन और दूसरी बिजली का उपयोग करने वाली असेंबली लाइनों तक, चौथी औद्योगिक क्रांति कंप्यूटर और स्वचालन को अपनाने के साथ शुरू हुई। यह स्मार्ट और आटोनामस सिस्टम के साथ डेटा और मशीन लर्निंग को बढ़ावा देता है।
राजेश ने कहा कि उद्योग स्वचालित होने जा रहे हैं और छात्रों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए।
उद्योगों में साफ्टवेयर के बढ़ते विकास पर चर्चा करते हुए आकाश गुरु ने जोर देकर कहा कि प्रोग्राम लाजिकल कंट्रोलर (पीएलसी) और मानिटरिंग कंट्रोल एंड डेटा एक्विजिशन कंट्रोल (स्काडा) आटोमेशन अधिक स्पष्ट और आवश्यक होता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि नई उद्योग 4.0 प्रौद्योगिकियां पिछले एक दशक में तेजी से बढ़ी हैं और अब मैन्यूफैक्चरिंग के भीतर व्यावसायिक रूप से उपलब्ध, इंटरकनेक्टेड सिस्टम के रूप में उपयोग करने के लिए तैयार हैं।
इंटरनेट आफ थिंग्स, अतिरिक्त विनिर्माण, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी नई तकनीकों का अनुप्रयोग उद्योग को दुबली सफलता के नए स्तरों पर ले जा रहा है। आकाश ने जोर देकर कहा कि इन प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित छात्रों के लिए रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होंगे।
प्रोफेसर एम. मुज़म्मिल (अध्यक्ष, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग) ने वेबिनार के प्रतिभागियों रिसोर्स पर्सन्स का परिचय कराया। प्रोफेसर परवीन फारूकी और मोहम्मद नासिर खान ने आभार व्यक्त किया। वेबिनार में भाग लेने के लिए कुल 308 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया था।