ईपीआईसी कार्ड छापने की व्यवस्था की जाएगी शीघ्र
पोस्टल बैलेट पेपर की गणना के लिए बनेगा अलग काऊंटिंग सैंटर
गुरूग्राम, 16 अप्रैल। डीसी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी निशांत कुमार यादव ने कहा है कि गुरूग्राम जिला में लोकसभा चुनाव-2024 की तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। नए मतदाताओं के ईपीआईसी वोटर कार्ड छप कर आ चुके हैं। अब नए वोटरों के ईपीआईसी कार्ड छापने के लिए जल्दी ही सचिवालय परिसर के एक अलग कमरे में मशीन लगवाई जाएगी।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल के साथ वीडियो कांफ्रेंस में डीसी ने आज यह जानकारी दी। इस वीसी में जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि गुरूग्राम जिला में लंबित फार्म 6 और फार्म 8 का जल्द निपटान कर दिया जाएगा। इसके लिए सहायक निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि मतदाताओं की सुविधा के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा शुरू किए गए क्यू मैनेजमेंट एप की ट्रेनिंग 29 और 30 अप्रैल को करवाई जाएगी। बादशाहपुर के बीएलओ की ट्रेनिंग 29 अप्रैल को तथा पटौदी और गुरूग्राम विधानसभा क्षेत्र के बीएलओ की ट्रेनिंग 30 अप्रैल को होगी। इस एप के जरिए मतदाता यह जान सकता है कि पोलिंग बूथ पर अभी कितने लोगों की कतार लगी हुई है। इसके लिए तीनों विधानसभा क्षेत्रों के बूथ की मैपिंग भी करवाई जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने पीठासीन व सहायक पीठासीन अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए रैंडमाइजेशन के बारे में भी आवश्यक जानकारी दी।
डीसी ने बताया कि पोस्टल बैलेट पेपर की गणना के लिए राजकीय कन्या महाविद्यालय सैक्टर 14 के लाइब्रेरी हाल में अलग से मतगणना केंद्र बनाया जाएगा। यहां कर्मचारियों की ओर से भेजे जाने वाले सभी डाक मतपत्र, 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों तथा दिव्यांग मतदाताओं के मतों की गणना की जाएगी। इसकी जिम्मेदारी एडिशनल लेबर कमिश्नर कुशल कटारिया को दी गई है। इसके अलावा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से पोस्टल बैलेट पेपर लाने के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। उन्होंने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को बताया कि जिला में स्वीप अभियान सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
वीडियो कांफ्रेंस में मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने निर्देश दिए कि प्रत्येक जिला में निर्वाचन विभाग की ओर से अतिरिक्त सुरक्षा बल के जवान व अधिकारी भेजे जाएंगे। उनके ठहरने तथा आवागमन के साधन का पुख्ता प्रबंध होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर एक जिला का एक कम्यूनिकेशन प्लान बनाया जाएगा। इसका फोर्मेट जल्दी ही जिला के डीआईओ को भिजवाया जाएगा। कम्यूनिकेशन प्लान का उद्देश्य चुनाव में नियुक्त प्रत्येक अधिकारी का आपस में तालमेल स्थापित करना है, ताकि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अधिकारी एक-दूसरे के संपर्क में रहें।