डीएम की अध्यक्षता में स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न
नियमित सेवाएं न देने पर स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त करने के दिये निर्देश
अलीगढ़। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन किया गया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है।
उन्होंने चिकित्सकों को निर्देशित किया कि मानवीय संवेदनाओं के आधार पर प्रत्येक जरूरतमंद को समुचित इलाज मुहैया कराएं।
प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की लाभार्थीपरक योजनाआंें का संचालन किया जा रहा है, जिनको तक पहुॅचाने की जिम्मेदारी हम सभी की है।
कोरोना की संभावित तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए चिकित्सालयों में समुचित व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली जाएं, फिर चाहे बात चिकित्सकों या पेरामेडिकल स्टाफ की हो या उपकरणों की। उन्होंने वृहद अभियान चलाकर लाभार्थियों के खाते खोलने के निर्देश दिये ताकि सरकार द्वारा संचालित लाभार्थीपरक योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त हो सके।
लाभार्थीपरक योजनाओं का पात्र लाभार्थियों को लाभ दिलाएं, बीमार एवं पीड़ित व्यक्तियों को समुचित इलाज मुहैया कराएं।
यदि कहीं किसी प्रकार की कमी है तो आउटसोर्सिंग या वॉक-इन-इंटरव्यू करके पदों को भरा जाए।
डीएम ने आशाओं के भुगतान एवं पात्र लाभार्थियों को समय से लाभान्वित न करने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त किया कि यदि कार्य किया है तो भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाए। सरकारी योजनाओं में हीलाहवाली या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीएम ने सभी चिकित्सकों को शल्य चिकित्सा लक्ष्य के अनुरूप किये जाने के निर्देश दिये।
आयुष्मान कार्ड की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि 12 लाख से अधिक के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक मात्र 2 लाख 61 हजार कार्ड बनाया जाना, काफी कम प्रगति है। उन्होंने सभी आशाओं को लक्ष्य आवंटित करते हुए ब्लॉक वार बैठक कर प्रधानों से सहयोग प्राप्त करने के निर्देश दिये। कायाकल्प योजना में डीपीआरओ को विद्यालयों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में समुचित बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। दस्तक अभियान की खराब प्रगति पर डीपीओ को निर्देशित किया गया कि वह अभियान की सफलता के लिए आंगनबाड़ियों का सक्रिय करें। बैठक में बायो मेडिकल वेस्ड का समुचित निस्तारण करने के निर्देश दिये गये।
तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए सभी सीएचसी पर 30-30 बेड एवं जिलास्तर पर पेरामेडिकल स्टाफ, चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य उपकरणों का रिव्यू करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने कहा कि जनसामान्य को कोरोना की तीसरी लहर से सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां तेजी के साथ पूर्ण कर ली जाएं। सीएचसी जवां पर तैनात स्टाफ नर्स एक वर्ष से सेवाएं नहीं देने का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने स्टाफ नर्स की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अंकित खण्डेलवाल, सीएमओ डा0 आनन्द उपाध्याय, समस्त सीएमएस, एमओआईसी, यूनिसेफ, डब्लूएचओ के पदाधिकारी एवं सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।









