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Friday, April 26, 2024
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AMU:रीढ़ की धमनी की खराबी जैसी जटिल बीमारियों के बेहतर इलाज का केंद्र बना मेडिकल कॉलेज

डाक्टरों ने 18 वर्षीय लड़के की रीढ़ का आपरेशन कर बचाई जान

अलीगढ़, 9 अक्टूबरः अलीगढ़ जिले के खैर क्षेत्र निवासी अठारह वर्षीय हाशिम को चलने और सीढ़ियां चढ़ने में कठिनाई थी। उसका निचला शरीर धीरे-धीरे लकवाग्रस्त हो रहा था, लेकिन कोई इलाज नहीं मिल पा रहा था। हाशिम का परिवार अंततः उसे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कालेज ले कर आया जहां न्यूरोसर्जरी विभाग के डाक्टरों ने उसका सफलतापूर्वक इलाज किया और रीढ़ की हड्डी के रोगग्रस्त भाग का आपरेशन कर उसे नया जीवन प्रदान किया। आपरेशन लगभग सात घंटे तक चला। हाशिम अब पूरी तरह से ठीक हो गया है और उसकी जिंदगी वापस सामान्य हो गई है।डाक्टर आरएम शर्मा और डाक्टर एम ताबिश खान के साथ हाशिम का आपरेशन करने वाले डाक्टर अहमद अंसारी ने कहा कि एमआरआई और सीटी स्कैन एंजियोग्राफी से पता चला है कि उनकी रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में समस्या थी। हमने अभिभावकों को सलाह दी कि हाशिम की सर्जरी और खतरों के बारे में भी बताया। उन्हें बताया गया कि बीमारी के साथ विकलांगता धीरे-धीरे बढ़ेगी, रीढ़ की हड्डी को स्थायी नुकसान होगा और मूत्र संबंधी समस्याएं होंगी। इसके अलावा, रोग रक्तस्राव का कारण बन सकता है, जिससे पूर्ण पक्षाघात हो सकता है।न्यूरोसर्जरी विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर एफएम हुदा ने कहा कि जेएन मेडिकल कालेज में डाक्टर और सर्जन रीढ़ की धमनी की खराबी जैसी जटिल बीमारियों का बेहतर इलाज करते हैं। हमारे पास अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा और अत्याधुनिक सर्जिकल और एंडोवास्कुलर उपचार सुविधाएं हैं। हमारी सर्जिकल टीमें एक दूसरे के परामर्श से प्रत्येक मामले के लिए उचित उपचार की सलाह देती हैं।”उन्होंने कहा कि सर्जरी के दो दिनों के भीतर, हाशिम के पैर ठीक होने लगे और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई।इस आपरेशन में डा. मोअज्जम और उनकी टीम ने मरीज को एनेस्थीसिया दिया, जबकि डा. साजिद, डा. चित्रा और डा. नदीम मरीज की सर्जरी और पोस्ट आपरेटिव प्रबंधन में शामिल थे।एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने डा. अहमद अंसारी और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि जेएन मेडिकल कालिज के चिकित्सक महत्वपूर्ण सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि लाकडाउन के समय में भी यहां के चिकित्सको ने समर्पित भव्य से कार्य किया।प्रोफेसर राकेश भार्गव (डीन, फैकल्टी आफ मेडिसिन) और प्रोफेसर शाहिद सिद्दीकी (प्रिंसिपल, जेएन मेडिकल कालेज) ने भी न्यूरोसर्जरी विभाग के डाक्टरों को बधाई दी।

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