डीएम की अध्यक्षता में साप्ताहिक राजस्व वसूली की बैठक संपन्न
विद्यालयों में यूथ फेस्टिवल का आयोजन कर पात्र छात्र–छात्राओं के बनाएं मतदाता कार्ड
अलीगढ़। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में साप्ताहिक राजस्व समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जनशिकायतों का तत्परता के साथ निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने शिकायतों के डिफॉल्ड होने के उपरान्त निस्तारित किये जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि जो कार्य डिफॉल्ड होने के बाद किया जा रहा है वह पहले नहीं हो सकता। उन्होंने मुख्यमंत्री संदर्भों के डिफॉल्ट होने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि क्या आप लोग शर्म महसूस नहीं करते हैं कि प्रदेश के मा0 मुख्यमंत्री जी से ऊपर भी कोई है। उन्होंने अपर जिलाधिकारी प्रशासन को निर्देशित किया कि ऐसे अधिकारी जो शिकायतों का निस्तारण समय से नहीं कर रहे हैं उन्हें शिकायत डिफॉल्ट होने से पूर्व उनके सम्मुख खड़ा करें। डीएम ने सभी अधिकारियों को समय-समय पर शिकायत निस्तारण की गुणवत्ता को भी जांचने के निर्देश दिये। समीक्षा के लिए प्रस्तुत बुकलेट पर किसी भी सक्षम अधिकारी के हस्ताक्षर न होने पर उन्होंने निर्देशित किया कि जिस पटल से सूचना प्राप्त की जा रही है, सम्बन्धित अधिकारी अथवा पटल सहायक का नाम व पदनाम सहित हस्ताक्षर अनिवार्य किया जाए। उन्होंने पत्रावली या बुकलेट पर कृते जिलाधिकारी लिखकर हस्ताक्षर करने की परम्परा को खत्म करने के निर्देश दिये। बैठक के माध्यम से उन्होंने निर्देशित किया कि पत्रावली पर हस्ताक्षर तारीख युक्त होने के साथ ही पत्रावली के प्रत्येक पृष्ठ पर क्रमांक होना चाहिए।
डीएम ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देशित किया कि ऐसे छात्र-छात्राएं जिनके पास मतदाता पहचान पत्र नहीं है, स्वीप कार्यक्रम के अन्तर्गत मतदाता पहचान पत्र बनाए जाने के लिए विद्यालयों में यूथ फेस्टिवल आयोजित कर पात्र विद्यार्थियों के वोटर आईडी कार्ड बनाए जाएं। सभी एसडीएम को निर्देशित किया गया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लम्बित मामलों का निस्तारण जल्द से जल्द सुनिश्चित करें। खाद की निर्धारित दर पर बिक्री सुनिश्चित करते हुए कालाबाजारी पर पूर्णतः रोक लगाई जाए। पराली न जलाने के सम्बन्ध में किसानांें को जागरूक किया जाए, नगरीय व देहात क्षेत्र में बल्क में कूड़ा जलाने पर भी रोक लगाई जाए।
जिला आबकारी अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वह व उनकी टीम प्रवर्तन कार्य के नाम पर लाइसेंसी दुकानों का निरीक्षण करने तक सीमित न रहें। विभाग के पास व्यापक कार्य हैं। उन्होंने आबकारी विभाग समेत एसडीएम-तहसीलदार को भी निर्देशित किया कि वह सूचना तंत्र मजबूत करें, यदि उनके क्षेत्र में अवैध एवं मिलावटी शराब की बिक्री होना पाया जाता है तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। डीएम ने आबकारी अधिकारी को निर्देशित किया कि वह नियमित लहन नष्ट करने के साथ ही टीम द्वारा किस-किस स्थान पर छापामारी की गयी है, नियमित रूप से रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
जिलाधिकारी ने असली एवं नकली शराब की पहचान के लिए एप डाउनलोड करने सम्बन्धी सूचना प्रत्येक दुकान पर सार्वजनिक करने के निर्देश दिये, ताकि ग्राहक शराब खरीदने से पहले क्यू आर कोड के माध्यम से शराब की गुणवत्ता को जांच सकें। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि जनपद में 16 शराब माफिया घोषित किये गये हैं, जिनकी चल-अचल सम्पत्ति की कुर्की की कार्यवाही प्रचलन में है। बैठक में सीडीओ अंकित खण्डेलवाल, अपर जिलाधिकारी विधान जायसवाल, डीपी पाल, राकेश पटेल, नगर मजिस्ट्रेट विनीत कुमार सिंह, समस्त एसडीएम, तहसीलदार एवं पटल सहायक उपस्थित रहे।









