जेएन मेडिकल कालेज के ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र में स्तनपान पर जागरूकता कार्यक्रम

अलीगढ़, 12 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज के कम्यूनिटी मेडिसीन विभाग ने विश्व स्तनपान सप्ताह के तहत शिशुओं के लिए मां के दूध के लाभों के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र, जवां में अनेक कार्यक्रम आयोजित किए।
सामुदायिक चिकित्सा विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अनीस अहमद ने कहा कि स्तनपान बच्चों में एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देता है और उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। माताओं के लिए, यह ठीक होने और वजन कम करने में मदद करता है और अवसाद के जोखिम को भी कम करता है।
इस वर्ष की थीम ‘स्तनपानः एक साझा जिम्मेदारी‘ पर बोलते हुए डा० तबस्सुम ने जोर देकर कहा कि स्तनपान को प्रोत्साहित करना एक साझा जिम्मेदारी है। मुख्य भूमिका मां द्वारा निभाई जाती है, फिर परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों की भूमिका भी महत्वपूर्ण होती है।
डा० असमा आफताब ने कहा कि स्तनपान बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसके बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए दुनिया भर में मातृत्व और स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है।
डा० शाइस्ता परवीन ने कहा कि स्तनपान करने वाला बच्चा एलर्जी, बीमारियों, मोटापे, विभिन्न बीमारियों और संक्रमणों से सुरक्षित रहता है। मां का दूध आसानी से पच जाता है और बच्चे आमतौर पर कब्ज, दस्त या पेट खराब होने से पीड़ित नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे के जन्म के बाद छह महीने तक स्तनपान कराने के कई फायदे हैं।
डा० फाजली तसलीम ने कहा कि महामारी के दौरान माताओं के लिए अपने बच्चों को स्तनपान कराना चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि मास्क पहनना, स्वच्छता बनाए रखना और शारीरिक दूरी बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
डा० साइमन जुड ने अपनी प्रस्तुति में बताया कि कैसे बच्चों के लिए स्तनपान को अनिवार्य बनाने के लिए समाज में जागरूकता पैदा की जा सकती है।
कार्यक्रम का संचालन डा० आज़मी इरम और डा० तबस्सुम नवाब ने किया। डा० पवन, डा० अंबिका, डा० जफर और डा० शाहनवाज ने विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने में सहयोग किया। शिक्षकों ने विशेष सत्रों में माताओं और उनके पतियों को भी संबोधित जानकारी प्रदान की।









