इलाज न मिलने के कारण दूर-दराज से आए मरीजों को लौटना पड़ रहा है।
अलीगढ़ से मोहम्मद रफीक की रिपोर्ट
एएमयू के जेएन मेडिकल काॅलेज में छात्र और जूनियर डाॅक्टर के बीच हुई मारपीट के बाद जूनियर डाॅक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। जूनियर डाॅक्टरों के हड़ताल पर जाने के बाद कई गंभीर मरीजों को बिना इलाज के लौटना पड़ रहा है। डाॅक्टरों की मांग हैं कि जिस छात्र ने डाॅक्टरों के साथ दुव्र्यवहार किया वह पहले मांफी मांगे। इसके साथ ही एएमयू प्रशासन उसे संस्पेंड करें। उसी के बद हड़ताल खत्म होगी।
एएमयू के मेडिकल काॅलेज के जूनियर डाॅक्टरों की हड़ताल से गरीब मरीजों का हाल बुरा हैं। गंभीर बीमारी के मरीजों को बिना इलाज के लौटना पड़ रहा है। दूर दराज से आने वाले मरीज और उनके तीमारदार ट्राॅमा सेंटर के बाहर बैठे हैं और हड़ताल खत्म होने का इंतजार कर रह हैं। हाथरस से 108 नंबर एंबूलेंस में झगड़े के कारण घायल हुए मरीज को लेकर आए वसीम ने बताया कि झगड़ें के कारण हमारा मरीज घायल हो गया उसे हाथरस के अलीगढ़ मेडिकल काॅलेज रेफर किया गया। उसको लेकर सरकारी एंबूलेंस से मेडिकल काॅलेज आए तो पता चला कि यहां पर हड़ताल है।
घायल तीमारदार एंबूलेंस चालक से कह रहे थे किसी और अस्पताल में भर्ती करा दें, लेकिन मरीज के तीमारदार इस बात पर राजी नहीं हुए। इससे दोनों में काफी देर तक बहस बाजी चलती रहीं। ऐसा माहौल केवल इस मरीज का ही नहीं बल्कि कई ऐसे मरीज हैं जो इलाज के अभाव में परेशान हो रहे हैं।
रेजिडेंट डाॅक्टर एसोसिएशन सचिव डाॅ. मोहम्मद आदिल ने बताया कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा हड़ताल बदस्तूर जारी रहेगी। उनका कहना कि हमारी दो मांगें हैं, पहली मांग है कि उस छात्र को तुरंत प्रभाव से संस्पेंड किया जाए जबकि दूसरी मांग है कि वो छात्र हमसे माफी मांगे। इस संबंध मे प्राॅक्टर से बात हुई है उन्होंने हर संभव मदद की भरोसा दिलाया है। एएमयू प्राॅक्टर प्रोफेसर वसीम ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और सीसीटीवी के फूटेज देखे जा रह हैं दोनों ही एएमयू के छात्र हैं। जिसकी भी गलती होगी उसके खिलाफ काईवाई की जाएगी।