नई दिल्ली। सीबीआई ने एनएचपीसी के चीफ जनरल मैनेजर को पांच लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। इस मामले में रिश्वत देने वाले एक प्राइवेट कंपनी के जनरल मैनेजर और एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन, फरीदाबाद के चीफ जनरल मैनेजर (फायनांस) हरजीत सिंह पुरी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। रिश्वत देने वाले गैमन कंपनी के सीनियर जनरल मैनेजर (प्रोजेक्ट) सुनील मेहंदीरत्ता और रिश्वत की रकम ले जाने वाले संचित सैनी को गिरफ्तार किया गया है।
उपरोक्त तीनों अभियुक्तों और मुम्बई स्थित निजी कम्पनी मैसर्स गैमन सीएमसी संयुक्त उद्यम तथा अन्य अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज गया किया गया है। यह निजी कम्पनी कुल्लू (हिमाचल प्रदेश) के निकट स्थित एनएचपीसी के पार्वती हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में कार्य कर रही थी।इस कम्पनी के 1.36 करोड़ रुपए और 1.9 करोड़ रुपए के दो दावे और 2 करोड़ रुपए के कुछ अतिरिक्त बिल लम्बित थे। निजी कम्पनी के वरिष्ठ महाप्रबन्धक (प्रोजेक्ट) सुनील मेहंदीरत्ता ने सीजीएम (वित्त) हरजीत पुरी से उक्त भुगतान को शीघ्र करने का निवेदन किया, जिसके लिए सीजीएम हरजीत पुरी ने रिश्वत की मांग की।
सीबीआई ने जाल बिछाया और एनएचपीसी के चीफ जनरल मैनेजर को पांच लाख रुपए की रिश्वत स्वीकार करने के दौरान पकड़ा। निजी कम्पनी के सीनियर जनरल मैनेजर (रिश्वत देने वाला व्यक्ति) तथा रिश्वत ले जाने वाले व्यक्ति को भी पकड़ा गया।
सीबीआई द्वारा फरीदाबाद (हरियाणा), कुल्लू (हिमाचल प्रदेश) तथा दिल्ली में इनके ठिकानों पर तलाशी ली गई जिसमें सम्पत्ति और वित्तीय लेन देन के दस्तावेज सहित आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
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