
अलीगढ़। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे. ने ग्राम साथा में चैपाल लगाकर संचारी रोग अभियान की नब्ज टटोली। उन्होंने कहा कि उन्हें धरातल पर काम चाहिए। सम्बंधित अधिकारी आंकड़ों से आंख-मिचैली खेलना बंद कर सचेत हो कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील है। संचारी रोगों के प्रकोप से सुरक्षित रहने के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने जमीनी स्तर पर संचारी रोगों के प्रति सचेत रहने एवं प्रत्येक व्यक्ति को जानकारी उपलब्ध कराने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
जिलाधकारी ने ग्राम साथा में संचारी रोग अभियान में शिथिलता पाए जाने पर संचारी रोग अभियान के स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉ. राहुल कुलश्रेष्ठ एवं जिला पंचायती राज अधिकारी धनंजय जायसवाल को कार्यशैली में सुधार लाने के लिए चेतावनी निर्गत करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही ग्राम सचिव राजेन्द्र सिंह को ग्राम में ग्राम स्वास्थ्य समिति की बैठक न कराने, आशाओं, निगरानी समितियों को सक्रिय न करने के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील है और निरंतर शासनादेश जारी कर रही है। शासनादेशों पर अक्षरशः अनुपालन न कराना लापरवाही का द्योतक है।
जिलाधिकारी ने कहा कि घरों में टायर, कूलर व पुराने बर्तनोें में पानी जमा न होने दें। इसकी वजह से क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप बढता है और बीमारियां फैलतीं है। उन्होने डीपीआरओ को निर्देश दिए कि वह जगह जगह टूटी हुई नालियों की मरम्मत करवाऐं और बंद पडी नालियों की सफाई इस प्रकार से करवाऐं की नाली का पानी अंतिम स्थान नाले तक पहुचता रहें। उन्होने कहा कि प्लॉटों में जलभराव की निकासी कराते रहे उसमें इंसेक्टिसायडल एवं लार्वासाइडल जैसी कीटनाशक दवाओं एवं मिटटी के तेल का छिडकाव निरंतर कराते रहें।
मुख्य विकास अधिकारी अंकित खण्डेलवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने स्वास्थ्य एवं पंचायतीराज विभाग को निर्देशित किया कि वह ग्राम समितियों को सक्रिय करें। ट्रेनिंग प्लान तैयार कर पर्यवेक्षण अधिकारियों को चैक लिस्ट दें। डेंूगू भयंकर बीमारी है लेकिन बचाव उतना ही आसान है। पानी को एक जगह जमा न होने दें और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनकर अपने आप को सुरक्षित रखें।
जिला मलेरिया अधिकारी डा0 राहुल कुलश्रेष्ठ ने कहा कि संचारी रोगों से बचने के लिए सभी को सामूहिक रूप से प्रयास करना चाहिये। खाना निकालने वाले चम्मच की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें क्योंकि भोजन तो हम ढ़क लेते हैं लेकिन चम्मच को खुला छोड़ देते हैं जिस पर मक्खी-मच्छर बैठकर उसे गंदा करते हैं और उसी चम्मच से सारे परिवार को खाना बार-बार परोसा जाता है जिससे पूरा परिवार रोगग्रस्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि घरों में रेफ्रिजरेटर एवं कूलर में पानी इकट्ठा न होने दें जिससे वहां पर मच्छर, डेंगू के लार्वा पनपने न पाएं। उन्होंने कहा कि संक्रमण से बचने के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें। घर में एवं घर के आसपास अनावश्यक रूप से पानी इकट्ठा न होने दें।
चिकित्साधिकारी डा0 अंकित ने कहा कि बुखार आने पर हमें तत्काल चिकित्सकीय परामर्श लेना चाहिए, जिससे डेंगू या मलेरिया का पता चल सके। उन्होंने बताया कि डेंगू में प्लेटलेट्स की संख्या अचानक कम हो जाने से शरीर में चकत्ते और ब्लीडिंग शुरू होने एवं रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाने से व्यक्ति की मृत्यु होने की सम्भावना बढ़ जाती है। डा0 अंकित ने बताया कि ग्राम में मई माह से अब तक 128 खून की जांच की स्लाइ्ड बनाई गयी हैं। जिलाधिकारी ने निरन्तर जांच करने के साथ ही आशाओं को लक्ष्य आवंटित करने के निर्देश दिये।









