अलीगढ़, 29 जुलाईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में हॉस्पिटल इंफेक्शन सोसाइटी इंडिया अलीगढ़ चौप्टर (एचआईएसआई- अलीगढ़ चौप्टर) द्वारा ‘विश्व हेपेटाइटिस दिवस’ के अवसर पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें एमबीबीएस 2019 बैच के छात्रों, मोहम्मद कामरान और मुस्तफा शम्सी ने क्रमशः पहला और दूसरा पुरस्कार हासिल किया। एमबीबीएस 2020 बैच के निखिल वार्ष्णेय को तीसरा पुरस्कार दिया गया।स्टूडेंट नेटवर्क आर्गेनाइजेशन (एसएनओ इंडिया) के सहयोग से एचआईएसआई-अलीगढ़ चैप्टर की नैदानिक कार्यशाला में मेडिसिन संकाय के डीन, प्रोफेसर राकेश भार्गव ने हेपेटाइटिस के खतरों के बारे में आम लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर जिगर की बीमारी है जो बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के कारण हो सकती है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों के हेपेटाइटिस सहित विभिन्न वायरस के संपर्क में आने की व्यापकता पर भी चर्चा की।स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा पर बोलते हुए चिकित्सा अधीक्षक, प्रोफेसर हारिस एम खान ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी कई बीमारियों के प्रति व्यावसायिक जोखिम उठाते हैं लेकिन इन संक्रामक संक्रमणों को टीकाकरण से रोका जा सकता है।डाक्टर फातिमा खान के साथ प्रोफेसर हारिस ने भी वक्ताओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।डॉ हुसैनी एस हैदर मेहदी, डॉ अहमद अंसारी और डॉ असफिया सुल्तान ने क्लिनिकल वर्कशॉप में विभिन्न सत्रों का संचालन किया।डॉ भानु चौधरी प्रतिभागियों के साथ क्लिनिकल केस परिदृश्य आधारित चर्चा में शामिल हुए।डॉ मुकुल वर्मा और डॉ ऋतिक गर्ग ने नीडलस्टिक दुर्घटनाओं और ऐसी घटनाओं से बचने के उपायों के बारे में बताया।डाक्टर लखन प्रकाश गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।चिकित्सा और दंत चिकित्सा के छात्रों ने हेपेटाइटिस की रोकथाम पर एक नाटिका प्रस्तुत की।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पेपर प्रस्तुति
अलीगढ़, 3 जुलाईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के के.ए. निजामी सेंटर फॉर कुरानिक स्टडीज के मानद निदेशक प्रोफेसर अब्दुर रहीम किदवई ने 1-2 जुलाई को संयुक्त राज्य अमेरिका में एलक्यूआरए एसोसिएशन द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय…