अलीगढ़। उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हो गई हैं और किसी न किसी तरह अपने प्रचार में जुट गईं हैं। सपा से अलग होकर बनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने भी अपने प्रत्याशियों की घोषणा शुरू कर दी है वो कभी ओवैसी से मिल रहे हैं तो कभी सपा से गठबंधन करने की बात कह रहे हैं, पिछले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक विखराव को देखकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी सपा में विलय कर सकती है। सपा के मुखिया अखिलेश यादव से शिवपाल यादव की बातचीत के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी। भारत ब्राॅडकास्टिंग न्यूज के एडिटर मोहम्मद रफीक ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह से विभिन्न पहलुओं पर बातचीत की, प्रस्तुत हैं, उनसे बातचीत के प्रमुख अंश…..
सवाल- आपने जिस सपा के लिए अपना पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया, उस पार्टी ने आपको बाहर का रास्ता दिखा दिया।
जवाब- यह बात बहुत पुरानी है। अब विधानसभा चुनाव हैं और नये तरीके से बातचीत का दौर चलेगा जो पार्टी के हित में होगा उस पर जल्द ही फैसला लिया जाएगा। अभी तो पार्टी की योजना अपने दम पर चुनाव लड़ने की है। राजनीति असंभव को संभव कर देती है।
सवाल- अखिलेश यादव का कहना है कि आप उनसे नहीं मिल रहे हैं और आप कह रहे हैं कि वो मिलने का समय नहीं दे रह हैं, क्या मामला है।
जबाव- जब वो समय देंगे और हमसे बात करेंगे तो हम उनसे बात करने को तैयार हैं। यह तो राजनीतिक सफर है और राजनीतिक सफर में कौन किसके साथ बैठता है, यह तो समय बताएगा, बहुत लोग आते हैं और बहुत लोग चले जाते हैं, जो संघर्ष करता है, उसी की जीत होती है। हम हमेशा संघर्ष के बल पर ही सत्ता पर रहे हैं। हमें तो संघर्ष पर भरोसा है।
सवाल- भाजपा के नेता भी आपसे संपर्क में हैं। क्या कुछ ऐसा है।
जवाब- वैसे तो अभी कोई बातचीत नहीं हुई, लेकिन राजनीतिक लोग मिलते- जुलते रहते हैं, हम अभी पूर्व राज्यपाल के निधन में आए थे। ऐसे तो हम सत्ता पक्ष के लोगों से मिलते जुलते रहते हैं जो व्यावहारिक है।
सवाल- क्या भाजपा में भी गठबंधन हो सकता है।
जवाब- नहीं, यह संभव नहीं है। हम तो सेक्यूलर पार्टियों को जोड़ने की बात कर रह हैं और भाजपा से मिलने की नहीं। भाजपा की विचारधारा हमसे बिल्कुल अलग है।
सवाल- पिछले विधानसभा चुनाव में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, सपा से अलग हो गई और विखराव हो गया था, क्या इस बार भी कुछ ऐसा है।
जवाब- यह सवाल सपा के लोगों से पूछना चाहिए, उनको सोचना चाहिए मैं तो तैयार हूं।
सवाल- क्या चाचा-भतीजे का रिश्ता 2022 केे चुनाव से पहले मजबूत हो जाएगा।
जवाब- बातचीत हो जाएंगी और गठबंधन की बात भी होगी, समय आने पर आपको पता लग जाएगा।
सवाल- उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर आप क्या कहेंगे।
जवाब- उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बहुत खराब है। अपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। भ्रष्टाचार बढ़ा है और मनमानी हो रही है। हत्याएं बढ़ी हैं और लूट, डकैती जैसी घटनाएं रोज हो रही हैं और थाने में जाओ तो पुलिस आसानी से रिपोर्ट नहीं लिखती और सरकारी दफ्तरों में सीधे रिश्वत चल रही है।
सवाल- आजम खां को लेकर सपा का जो रवैया है उसको आप किस तरह से लेते हैं, वो आपके बहुत करीबी रहे हैं।
जवाब- वो अब हमारे साथ नहीं हैं, जब मैं सपा में था तो उनका हमेशा साथ दिया है। उनके साथ जो हो रहा वो बदले की भावना से किया जा रहा है, जो राजनीतिक पार्टी के लिए सही नहीं हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय अपने लिए नहीं बनाया बल्कि जनता के लिए बनाया था। जो हो रहा है उसे जनता देखा रही है।
सवाल- मौलाना कलीम को जिस तरह से गिरफ्तार किया गया है, उसके बारे में आप क्या कहेंगे।
जवाब- सब बदले की भावना है, अब चुनाव आ रहा है और इस तरह की घटनाएं होंगी।
सवाल- पार्टी 2022 के चुनाव के लिए पार्टी कार्याकर्ताओं से क्या कहना चाहती है।
जवाब – सभी कार्यकर्ताओं से अपील है कि पार्टी को मजबूत बनाएं और मजबूत प्रत्याशी का चयन करें, जो चुनाव जीत सके। संगठन को अधिक से अधिक मजबूत बनाने की जरूरत है।