विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस
अलीगढ़, 16 जुलाईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में ‘विश्व प्लास्टिक सर्जरी दिवस’ के अवसर पर ‘‘आघात, दुर्दमताओं, जन्मजात विसंगतियों के रोगियों में प्लास्टिक सर्जरी का महत्व’’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्राथमिक उपचार से लेकर त्वचा दोषों के पुनर्निर्माण या जटिल शारीरिक दोषों के प्रतिस्थापन के साथ ही मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम और क्रानियो-मैक्सिलोफेशियल संरचनाओं सहित अन्य प्रक्रियाओं समेत प्लास्टिक सर्जरी ट्रामा मैनेजमेंट के विभिन्न विषयों पर विचार विमर्श किया गया।
प्रोफेसर इमरान अहमद (अध्यक्ष, प्लास्टिक सर्जरी विभाग) ने कहा कि ‘प्लास्टिक सर्जरी कई विशेषताओं की जननी है क्योंकि इसमें केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को छोड़कर शरीर रचना के किसी भी हिस्से पर सर्जरी शामिल है।‘
उन्होंने आगे कहा कि ‘जैसा कि नाम से पता चलता है कि पुनर्निर्माण सर्जरी शरीर के दोष पूर्ण भाग को सही करने के लिए डिज़ाइन की गई है। जन्म दोष, आघात, संक्रमण या कैंसर के मामलों में इसकी आवश्यकता होती है जिसमें त्वचा और ऊतक नष्ट हो जाते हैं। इसमें त्वचा ग्राफ्ट या त्वचा और ऊतक फ्लैप जैसी तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
प्रो इमरान ने फटे होंठों के प्रबंधन और मरम्मत, जलने, दुर्घटना से उत्पन्न घावों और कैंसर के ऊतकों को काटने के बाद ऊतक दोषों पर भी बात की।
डा मोहम्मद फहद खुर्रम ने सौंदर्य या कास्मेटिक सर्जरी के प्रकारों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे शरीर के विभिन्न भागों में त्वचा के लटक जाने जैसे दोषों को कास्मेटिक सर्जरी द्वारा बेहतर रूप प्रदान किया जा सकता है।
इस अवसर पर विभाग के रेजिडेंट डाक्टरों ने पौधरोपण भी किया।