अलीगढ़ 17 मईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी ने रेडियोथेरेपी और क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नर्सेज दिवस पर आयोजित एक स्मृति कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ‘स्वयं को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप दूसरों की सेवा में खुद को भुला दें‘।
उन्होंने गत वर्षों में नर्सिंग देखभाल के क्षेत्र में होने वाले विकास पर प्रकाश डाला और जेएनएमसी में नर्सिंग स्टाफ की सेवाओं की सराहना की।
प्रोफेसर एम अकरम (अध्यक्ष, रेडियोथेरेपी विभाग) ने विशेष रूप से ऑन्कोलॉजी में पॉलिएटिव चिकित्सा में नर्सों द्वारा निभाई गई अनुकरणीय भूमिका के बारे में विस्तार से बात की। उन्होंने नर्सों को मानवता के लिए वरदान बताते हुए समग्र रोगी देखभाल में नर्सिंग स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका की भी सराहना की।
उन्होंने कहा कि आधुनिक नर्सिंग के क्षेत्र में अग्रणी फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जयंती पर अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है।
जेएनएमसीएच की सर्वश्रेष्ठ नर्सिंग इंचार्ज (वार्ड नंबर 14) का पुरस्कार पाने वाली श्रीमती अफरोज फैयाज ने कहा कि अस्पताल के सुचारू संचालन के लिए डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के बीच समन्वय रीढ़ की हड्डी कि तरह है।
श्री राहुल पारीक (नर्सिंग ऑफिसर) ने कहा कि मरीजों की काउंसलिंग के लिए नर्सिंग केयर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि हमारे ज्यादातर मरीज पढ़े-लिखे नहीं हैं।
‘नर्सेजः नेतृत्व के लिए एक आवाज – वैश्विक स्वास्थ्य को सुरक्षित करने के लिए नर्सिंग और सम्मान अधिकारों में निवेश‘ थीम के विशेष संदर्भ में आयोजित कार्यक्रम में दुनिया भर में नर्सों के प्रयासों और योगदान पर प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर उनके संघर्ष और सेवाओं को समर्पित एक कविता भी प्रस्तुत कि गयी।
कार्यक्रम में शिक्षकों, के अलावा रेसिडेन्ट्स और नर्सिंग स्टाफ भी शामिल हुए।