अलीगढ़, 11 मईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज कि अस्पताल संक्रमण सोसाइटी इंडिया (एचआईएसआई) अलीगढ़ चैप्टर से जुड़े शिक्षकों, रेजिडेंट डॉक्टरों और छात्रों द्वारा ‘हाथ स्वच्छता दिवस‘ पर हाथ की स्वच्छता के सम्बन्ध में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न गतिविधियों और खेलों का आयोजन किया जो संक्रमण को कम करने के लिए हाथ की स्वच्छता के महत्व पर आधारित है।
इस अवसर पर प्रोफेसर राकेश भार्गव (डीन, फैकल्टी ऑफ मेडिसिन) ने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए कि लोग संक्रमण से दूर रहें, स्वास्थ्य सुविधा की गुणवत्ता और सुरक्षा संस्कृति, हाथ की स्वच्छता और संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण पर काम करना अनिवार्य है। इससे अंततः अस्पतालों में मरीजों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
उन्होंने कहा कि एचआईएसआई अलीगढ़ चैप्टर संक्रमण निवारण प्रथाओं के शिक्षण को शामिल करने के लिए प्रयास कर रहा है।
प्रोफेसर हारिस एम खान (चिकित्सा अधीक्षक) ने जोर देकर कहा कि हाथ स्वच्छता दिवस’ मनाने के लिए आयोजित अभियान और गतिविधियों द्वारा लोगों को यह समझाने का प्रयास किया गया कि हाथ की स्वच्छता रोगी की सुरक्षा का प्रवेश द्वार है। हाथ स्वच्छता दिवस से स्वास्थ्य देखभाल के प्राथमिकता वाले क्षेत्र के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने में भी मदद मिलती है।
प्रोफेसर सीमा हकीम (प्रसूति और स्त्री रोग विभाग) ने कहा कि वैश्विक हाथ स्वच्छता दिवस एक वार्षिक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है कि साबुन और पानी से हाथ धोना सबसे अच्छा कदम है जो हम बीमार होने और दूसरों को रोगाणु फैलाने से बचने के लिए उठा सकते हैं।
एमबीबीएस पाठ्यक्रम के विभिन्न बैचों के छात्र प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए डाक्टर फातिमा खान (सचिव एचआईएसआई अलीगढ़ चैप्टर) ने कहा कि संक्रमण की रोकथाम कोई विकल्प नहीं है, बल्कि समय की जरूरत है।
डाक्टर आदिल रजा, डाक्टर असफिया सुल्तान और डॉ शारिक अहमद ने रेजिडेंट डॉक्टरों और छात्रों से एक संस्थागत सुरक्षा माहौल पर एकजुट होने और काम करने का आग्रह किया जिसमें संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण के लिए हाथ की स्वच्छता शामिल है।