अलीगढ़, 4 जनवरीः अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कालिज आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नालोजी में 2021-22 शैक्षणिक सत्र के बैचलर आफ टेक्नोलाजी (बी.टेक), बैचलर आफ इंजीनियरिंग (बीई), मास्टर्स आफ टेक्नोलाजी (एम. टेक), बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर (बी.आर्क) और मास्टर आफ आर्किटेक्चर (एम.आर्क) पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने वाले नये छात्रों को पाठ्यक्रम एवं संस्था से परिचित कराने के लिये तीन सप्ताह का एक आनलाइन ओरियंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
स्वागत भाषण में प्रोफेसर परवेज मुस्तजाब (डीन, फैकल्टी आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी) ने कहा कि इंडक्शन प्रोग्राम छात्रों के लिए उच्च शिक्षा ग्रहण करने के माहौल में स्वयं को ढ़ालने को आसान बनाते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस प्रेरक कार्यक्रम के दौरान होने वाली गतिविधियों से छात्रों पर एक सकारात्मक प्रभाव पडे़गा और उन्हें अपने जीवन में ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रेरणा प्राप्त होगी।
प्रोफेसर मुस्तजाब ने छात्रों छात्रों को अपने लिए अध्ययन की योजना बनाने तथा स्वयं को उद्योग के लिए तैयार करने के संबंध में जानकारी एवं मार्गदर्शन प्रदान किया।
प्रोफेसर एम एम सुफियान बेग (प्रिंसिपल, जेडएचसीईटी) ने नवागंतुक छात्रों को इंजीनियरिंग कालेज के इतिहास एवं परम्पराओं से परिचित कराया और उनसे अपनी पढ़ाई के प्रति सजग रहने का आग्रह किया। उन्होंने छात्रों को विभिन्न सहायता प्रणालियों जैसे परामर्श या मेंटर-मेंटी सिस्टम, एंटी-रैगिंग कमेटी और विभिन्न छात्र क्लबों के बारे में जानकारी दी।
प्रोफेसर सुफियान बेग ने ‘परिणाम आधारित शिक्षा और गुणवत्ता आश्वासन’ पर भी बात की और जोर दिया कि यह छात्रों को वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए कैसे तैयार करता है।
प्रोफेसर मुजाहिद बेग (डीन स्टूडेंट वेलफेयर) ने छात्रों को छात्रवृत्ति के बारे में जानकारी प्रदान की जो वे शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए पुरस्कार के रूप में प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के नियमों और विनियमों पर भी प्रकाश डाला और शिक्षा के क्षेत्र में सफल होने के लिए सुझाव साझा किए।
प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली (प्रॉक्टर) ने परिसर में कानून व्यवस्था पर एक प्रस्तुति दी और छात्रों को तदनुसार व्यवहार करने की सलाह दी। उन्होंने आचार संहिता और विश्वविद्यालय की मर्यादा पर बात की।
‘सार्वभौमिक मानव मूल्यों’ पर व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए प्रोफेसर मोहम्मद कामिल (कार्यक्रम समन्वयक) ने मूल्य-आधारित शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला और इंजीनियरिंग अध्ययन और छात्रों से अनुसंधान में एक अंतःविषय दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया।
प्रोफेसर आई एच फारूकी (सिविल इंजीनियरिंग विभाग) ने ‘जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण स्थिरता’ पर एक वार्ता में ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए ऊर्जा, परिवहन और अन्य प्रणालियों को बदलने की आवश्यकता पर चर्चा की।
प्रोफेसर मिर्जा असमर बेग (राजनीति विज्ञान विभाग) ने ‘राष्ट्रीय एकता और धर्मनिरपेक्षता’ पर एक व्याख्यान में राष्ट्र के प्रति वफादारी की भावना को बढ़ाने के महत्व पर बात की।
प्रोफेसर एम रिहान (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग) ने एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद खान के विचारों पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया।
प्रोफेसर मलिक शोएब अहमद (प्रभारी, इंजीनियरिंग कालिज पुस्तकालय एवं पुस्तक बैंक) ने बताया कि कैसे कालेज पुस्तकालय छात्रों को आवश्यक शैक्षणिक संसाधन, स्थान और आत्म-विकास के अवसर प्रदान करते हैं; प्रो अबू तारिक (मुख्य सारणी, आरपी इकाई, जेडएचसीईटी) ने विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों के नियमों और विनियमों की व्याख्या की; एम फरहान सईद (प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट अधिकारी, जेडएचसीईटी) ने कैंपस प्लेसमेंट पर बात की और डा नौशाद वहीद अंसारी ने जोर दिया कि कैसे योग और अन्य शारीरिक गतिविधियां अच्छे स्वास्थ्य को सुनश्चित करती हैं।
विभिन्न विभागों के अध्यक्षों और केंद्रों के समन्वयकों ने भी छात्रों को संबोधित किया। प्रो मोहम्मद कामिल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।