रिसर्च के लिए दौरान मलेशियन यूनविर्सिटी उठाएगी इसका खर्च
अलीगढ़। एएमयू की बीएससी की छात्रा साइमा खान आफरीदी को दुनिया की 12 छात्रों में एक हैं, जिनको मलेशिया में रिचर्स के लिए चुाना गया है। इससके लिए वह भारत की एक मात्र छात्रा है। उनको एमएससी में शोध करने के लिए मलेशियन टेक्निकल काॅरपोरेशन प्रोग्राम के तहत यूनिवर्सिटी सैन्स मलेशिया में पढ़ाई करने के लिए चुना गया, वह मास्टर के साथ इस संबंध में रिसर्च करेंगी। इसका खर्च यूनिवर्सिटी सैनस मलेशिया ही उठाएगी। रिसर्च के दौरान 36 माह तक पढ़ाई और रहने का खर्चा मलेशियन यूनिवर्सिटी ही उठाएगी। उनकेे चयन होने पर एएमयू बिरादरी में खुशी की लहर है।
एएएमयू के वीमेंस काॅलेज की छात्रा साइमा खान ने बताया कि उनका सपना पहले से ही विदेश में पढ़ाई करने का था, एक दिन किसी से मलेशियन टेक्निकल काॅरपोरेशन प्रोग्राम (एमटीसीपी) के बारे में जानकारी हुई तो इसके लिए आवेदन किया। इंटरव्यू हुआ और 12 अक्टूबर को एमटीसीपी की ओर से काॅल आया कि आपको मास्टर डिग्री के लिए यूनिविर्सिटी सैन्स मलेशिया के लिए चुन लिया गया है। यह सुनकर मेरा खुशी का ठिकाना नहीं रहा, पिता से बात की तो वो मलेशिया भेजने का राजी हो गए। 36 महीने तक एमटीसीपी पढ़ाई और रहने का खर्चा उठाएगी।
साइमा के पिता फरीद खान ने बताया कि दुनिया भर के 12 विद्यार्थियों को इस प्रोग्राम के तहत पढ़ाई करने लिए चुना गया है इसमें एक साइमा है। यह बहुत खुशी की बात है। दुनिया के लाखों लोगों ने इस स्काॅलरशिप के लिए आवेदन किया था जबकि भारत से करीब 5 हजार लोगों ने आवेदन किया था, 5 हजार लोगों में एएमयू की साइमा का चयन होना अपने आप में बड़ी बात है। उन्होंने बताया कि इस प्रोग्राम के तहत दुनिया के 12 देशांें के विद्यार्थी रिसर्च करेंगे।