अलीगढ़, 12 नवंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर भानु प्रकाश सिंह ने ‘विश्व विज्ञान दिवस’ के अवसर पर ‘परमाणु ऊर्जा उत्पादन और परमाणु अपशिष्ट प्रबंधन में नई दिशा’ पर एक आनलाइन वार्ता में रेडियोधर्मी कचरे के प्रबंधन पर जोर दिया।उन्होंने योजना और तैयारी, उपचार, पैकेजिंग, भंडारण और निपटारन सहित परमाणु अपशिष्ट प्रबंधन में विभिन्न चरणों में किये जाने वाले कार्यें पर चर्चा की।
प्रोफेसर सिंह ने कहा कि परमाणु से उत्पन्न ऊर्जा यद्यपि कार्बन मुक्त है परन्तु परमाणु कचरे की समस्या भी महत्वपूर्ण है। लेकिन जैसे-जैसे जलवायु संकट गहराता जा रहा है और जीवाश्म ईंधन का प्रयोग बन्द करने की आवश्यकता हो रही है, हमारा दृष्टिकोण भी बदल रहा है। परमाणु ऊर्जा ग्लोबल वार्मिंग के समाधान का हिस्सा है।उन्होंने ऊर्जा उत्पादन के तरीकों और परमाणु ऊर्जा के महत्व और विकासशील देशों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की।
प्रोफेसर सिंह ने उन्नत परमाणु ऊर्जा रिएक्टर के काम पर चर्चा करते हुए कहा कि त्वरक संचालित सब-क्रिटिकल सिस्टम न केवल पारंपरिक रिएक्टरों के समान ऊर्जा पैदा करने के लिए उपयोगी हैं, बल्कि सुरक्षित भी हैं और ऊर्जा पैदा करने वाले ट्रांस-यूरेनिक तत्वों का उपयोग कर सकते हैं और लंबे समय तक रहने वाले विखंडन के टुकड़ों को भस्म कर सकते हैं।उन्होंने बताया कि प्रमाणु हथियारों में प्रयुक्त होने वाले उच्च ग्रेड प्लूटोनियम को भी जलाया जा सकता है और उसको ऊर्जा उत्पादन के लिए उपयोग किया जा सकता है।प्रोफेसर सिंह ने विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार द्वारा प्रदान किए गए प्रमुख वैज्ञानिक पहलुओं और समाधानों पर प्रकाश डाला।