अलीगढ़। अलीगढ़ के लोधा में डिफेंस काॅरिडोर के शिलान्यास के दौरान मंगलवार को प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए कि आज देश ही नहीं दुनियां भी देख रही है कि आधुनिक ग्रेनेड और राइफल से लेकर लड़ाकू विमान, युद्धपोत, आधुनिक ड्रोन ये सब भारत में ही निर्मित करने का अभियान चल रहा है। भारत दुनियां के एक बड़े डिफेंस इम्पावर की छवि से बाहर निकल रहा है। उन्होंने कहा कि हम आजादी के 75 सालों के बाद भी डिफेंस संसाधन बाहर से मंगाते रहे हैं। भारत अब डिफेंस एक्सपोर्टर की छवि बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। भारत की इस बदलती पहचान का एक बहुत बड़ा केन्द्र हमारा उत्तर प्रदेश बनने वाला है। उत्तर प्रदेश के सांसद होने के नाते मुझे इस बात का विशेष गर्व है।
उन्होंने कहा कि अभी थोड़ी देर पहले मैंने अलीगढ़ नोड की प्रगति का अवलोकन किया। अलीगढ़ नोड में ही डिफेंस मेन्युफैक्चरिंग से जुड़ी डेढ़ दर्जन से अधिक कम्पनियां हजारों करोड़ रूपये का निवेश कर आयुध, ड्रोन, एयरोस्पेस, छोटे हथियार, एन्टी ड्रोन सिस्टम, मेटल कम्पोनेन्ट, डिफेंस पैकेजिंग के क्षेत्र में नये उद्योग लगाकर लाखों नये रोजगार देने वालीं हैं। यह बदलाव अलीगढ़ और आसपास के क्षेत्र को नई पहचान देगा। उन्होंने कहा कि अभी तक लोग अपने घर या अपनी दुकान की सुरक्षा के लिए अलीगढ़ के तालों के भरोसे रहते थे क्योंकि अलीगढ़ का ताला अगर लगा होता था तो लोग निश्चिंत हो जाते थे। जो अलीगढ़ कल तक घरों और दुकानों की सुरक्षा करता था अब 21वीं सदी में मेरा अलीगढ़ हिन्दुस्तान की सीमाओं की रक्षा करने का काम करेगा। यहां ऐसे आयुध बनेंगे जो देश की सुरक्षा में मील का पत्थर साबित होंगे।
ओडीओपी के तहत प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ के तालों एवं हार्डवेयर को नई पहचान दिलाने का काम किया है। इससे युवाओं के लिए, एमएसएमई के लिए नये अवसर तैयार हो रहे हैं। अब डिफेंसे इंडस्ट्रीज के जरिये भी यहां के उद्यमियों को, एमएसएमई के लिए विशेष लाभ होगा और नये एमएसएमई के लिए प्रोत्साहन भी प्राप्त होगा। जो छोटे उद्यमी हैं उनके लिए भी डिफेंस काॅरिडोर अलीगढ़ नोड नये मौके बनाएगा। डिफेंस काॅरिडोर के लखनऊ नोड में दुनियां की सबसे बेहतरीन मिसाइल में से एक ब्रम्होस मिसाइल का भी निर्माण प्रस्तावित है। इसके लिए अगले कुछ सालों में 9000 करोड़ रूपये निवेश किये जा रहे हैं। झांसी नोड में एक और मिसाइल मेन्युफैक्चरिंग से जुड़ी बहुत बड़ी महत्वपूर्ण यूनिट लगने का प्रस्ताव है। यूपी डिफंेस काॅरिडोर ऐसे ही बड़े निवेश और रोजगार के अवसरों को लेकर आ रहा है। आज उत्तर प्रदेश देश और दुनियां के हर छोटे-बड़े निवेशक के लिए बहुत आकर्षक स्थान बनता जा रहा है। यह तब होता है जब निवेश के लिए जरूरी माहौल बनता है, जरूरी सुविधाएं मिलतीं हैं। आज उत्तर प्रदेश डबल इंजन सरकार के डबल लाभ का बहुत बड़ा उदाहरण है। योगी जी और उनकी पूरी टीम ने सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास के साथ उत्तर प्रदेश को नई भूमिका के लिए तैयार किया है। हम सबके प्रयास से इसे और भी आगे बढ़ाना है। समाज में विकास के अवसरों से जिनको दूर रखा गया ऐसे हर समाज को शिक्षा एवं सरकारी नौकरियांे के अवसर दिये जा रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश की चर्चा बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट और फैसलों के लिए होती है, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तो इसका बहुत बड़ा लाभार्थी है। ग्रेटर नोएडा में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप का निर्माण, मल्टी बार्डर लाॅजिस्टक हब, जेवर में इंटरनेशल एयरपोर्ट, आधुनिक हाइवे, एक्सप्रेस वे, मेट्रो कनेक्टिविटी जैसे अनेकों कार्य पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं। यूपी में चल रहे हजारों प्रोजेक्ट भारत की प्रगति का बड़ा आधार बनेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे देखकर खुशी हो रही है कि जिस यूपी को देश के विकास में रूकावट के तौर पर देखा जाता था वही यूपी, देश के बड़े अभियानों का नेतृत्व कर रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ कहा कि कि मा प्रधानमंत्री जी ने 21 फरवरी, 2018 को लखनऊ में उ0प्र0 इन्वेस्टर्स समिट का शुभारम्भ करते हुए उत्तर प्रदेश में एक डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर स्थापित किये जाने की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर के सम्यक विकास के लिए कुल 06 नोड-अलीगढ़, आगरा, कानपुर, चित्रकूट, झांसी एवं लखनऊ बनाए गए हैं। डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर में निवेश प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने ‘उत्तर प्रदेश रक्षा तथा एयरोस्पेस इकाई एवं रोजगार प्रोत्साहन (प्रथम संशोधन) नीति-2019’ लागू की है। उन्होंने कहा कि अलीगढ़ नोड के लिए भूमि आवंटन प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, 19 कम्पनियों को भूमि का आवंटन सुनिश्चित किया जा चुका है। यह कम्पनियां 1245 करोड़ रुपए का निवेश करेंगी। प्रदेश सरकार ने अलीगढ़ में तीव्र गति से अवस्थापना एवं विकास के कार्य किए हैं। अलीगढ़ नोड में छोटे हथियार, आयुध, ड्रोन, एयरोस्पेस मेटल कम्पोनेंट्स, एण्टी ड्रोन सिस्टम, डिफेंस पैकेजिंग एवं अन्य इण्डस्ट्रीज प्रस्तावित हंै। उत्तर प्रदेश के डिफेंस इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर से देश को रक्षा उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने और ‘मेक इन इण्डिया’ को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। बुन्देलखण्ड के चित्रकूट में खाद्य प्रसंस्करण के साथ गोला बारूद एवं अंग रक्षा उपकरण निर्माण का आधार बनेगा। झांसी जोकि मोरंग एवं अन्य उद्योगों के लिए जाना जाता है अब रक्षा इकाईयों के लिए जाना जाएगा। आगरा और कानपुर जोकि चमड़ा उद्योग के लिए जाना जाता था अब बुलेटप्रूफ जैकेट, गोला-बारूद के साथ ही अन्य शस्त्र उपकरण के लिए जाना जाएगा। रक्षा क्षेत्र में उद्यमियों द्वारा करोड़ों रूपये के निवेश प्राप्त हुए हैं। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश भारत में रक्षा उत्पादों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा कि नई उद्योग नीति के चलते उत्तर प्रदेश को 3 लाख करोड़ रूपये से अधिक का निवेश प्राप्त हुआ है इससे 1.61 करोड़ लोगों को उनके गाॅव एवं घर में ही रोजगार प्राप्त हुआ है।
इस अवसर पर प्रदेश के मा0 वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री श्री संदीप सिंह, मा0 सांसद एटा श्री राजवीर सिंह, एमएलसी ठा0 जयवीर सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती विजय सिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधि एवं मण्डलायुक्त गौरव दयाल, डीआईजी दीपक कुमार, डीएम सेल्वा कुमारी जे., एसएसपी कलानिधि नैथानी, सीडीओ अंकित खण्डेलवाल एवं अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी आदि उपस्थित रहे।