

अलीगढ़, 27 जनवरी 2025. नौवां (9th) यूनानी दिवस 2025 का उद्घाटन समारोह क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, अलीगढ़ के सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सरफराज अहमद, पूर्व उप निदेशक, आर. आर. आई. यू. एम. अलीगढ़, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर अशहर कदीर कुलियात विभाग, ए. के. टी. सी. कॉलेज, ए. एम. यू., अलीगढ़ और डॉ. परवेज खान, संस्था प्रभारी एवं प्रमुख मंच पर उपस्थित रहे। उद्घोषक का कार्य डॉ. मिस्बाहउद्दीन अज़हर एवं व्याख्यान के मुख्य बिंदुओं का संकलन मोहम्मद जाहिद अंसारी ने किया।

समारोह का उद्देश्य यूनानी चिकित्सा के महत्व को उजागर करना और इसके विकास के लिए अनुसंधान एवं शिक्षा के प्रसार को बढ़ावा देना था। मुख्य अतिथि डॉ. सरफराज अहमद ने यूनानी चिकित्सा प्रणाली की समृद्ध परंपरा पर प्रकाश डालते हुए इसके वर्तमान महत्व पर विचार व्यक्त किए। वहीं, विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर अशहर कदीर ने उर्दू, अरबी और फारसी भाषाओं के संरक्षण और बचाव की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि इन भाषाओं का समृद्ध साहित्य और ज्ञान, यूनानी चिकित्सा के योगदान को समझने और विश्वभर में फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
प्रोफेसर कदीर ने इस संदर्भ में हकीम अजमल खान की जीवन यात्रा और उनके कार्यों का निचोड़ पेश किया। उन्होंने हकीम अजमल खान को न केवल एक महान स्वतंत्रा सेनानी, चिकित्सा शास्त्री, बल्कि सामाजिक सुधारक के रूप में प्रस्तुत किया जिन्होंने यूनानी चिकित्सा और भाषाओं के संरक्षण में अनमोल योगदान दिया। उनके द्वारा स्थापित चिकित्सकीय संस्थान और उनके विचार आज भी चिकित्सा और समाज सेवा के क्षेत्र में प्रासंगिक हैं।
समारोह के अंत में डॉ. परवेज खान संस्थान प्रभारी ने यूनानी चिकित्सा के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों और शोध कार्यों पर विचार साझा किए और कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा की। इस आयोजन ने क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के प्रयासों को आगे बढ़ाने और चिकित्सा विज्ञान में यूनानी पद्धति की भूमिका को स्वीकारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित किया।
इस समारोह में संस्थान के सभी अधिकारी और कर्मचारी गण भी उपस्थित रह