अलीगढ़, 26 अप्रैलः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एएमएफआई) के सहयोग से इसके आउटरीच प्रोग्राम के तहत स्वयं सहायता समूह के सदस्यों और महिला कार्यकर्ताओं के लिए वित्तीय साक्षरता कार्यशाला का आयोजन किया गया।
श्री सूर्यकांत शर्मा (वरिष्ठ सलाहकार, एएमएफआई) ने अपने मुख्य भाषण में वित्तीय बचत के महत्व पर ज़ोर दिया और कहा कि लंबी अवधि में छोटी बचत भी बहुत उपयोगी साबित हो सकती है।
वाणिज्य संकाय के डीन, प्रोफेसर एमएन जमीर कुरैशी ने स्वागत भाषण दिया। जबकि विभागाध्यक्ष, प्रोफेसर एसएम इमामुल हक ने कार्यशाला की मुख्य विशेषताओं पर प्रकाश डाला और व्यापक रूप से बढ़े हुए ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन के माहौल में सभी के लिए वित्तीय रूप से शिक्षित होने की आवश्यकता पर बल दिया।
आयोजन सचिव डॉ. अकीलुर्रहमान ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से साक्षर बनाने और उन्हें अपने वित्तीय निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया था। कार्यशाला में वित्तीय नियोजन, जन धन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना और मुद्रा योजना जैसी सरकारी नीतियों पर भी चर्चा की गई।
कार्यक्रम समन्वयक डा जहांगीर चौहान ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डा नग़मा अज़हर ने किया। कार्यशाला में 150 से अधिक स्वयं सहायता महिला कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में पेपर प्रस्तुति
अलीगढ़, 3 जुलाईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के के.ए. निजामी सेंटर फॉर कुरानिक स्टडीज के मानद निदेशक प्रोफेसर अब्दुर रहीम किदवई ने 1-2 जुलाई को संयुक्त राज्य अमेरिका में एलक्यूआरए एसोसिएशन द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय…