अलीगढ़, दिसंबर 27 अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डा. जेडए डेंटल कालेज के ओरल मेडिसिन और रेडियोलाजी/ओरल पैथोलाजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डाक्टर मोहम्मद असदउल्लाह ने ‘लुमिमिंड्स कन्वेंशन एंड वर्ल्ड कांग्रेस आन डेंटिस्ट्री एंड ओरल हेल्थ-डब्लूसीडीओ (लंदन-यूके) में ‘दंत चिकित्सा में कोन-बीम कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीबीसीटी) का अनुप्रयोग’ पर आभासी व्याख्यान प्रस्तुत किया।
अपने व्याख्यान में डाक्टर असद ने कहा कि कोन-बीम कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीबीसीटी) दंत चिकित्सा में एक नई उन्नत इमेजिंग तकनीक है और दंत चिकित्सा की सभी विशिष्टताओं में इसका व्यापक उपयोग किया जा रहा है जिसमें जबड़े की विकृति का सटीक स्थान, चेहरे का ट्यूमर, रूट कैनाल उपचार, ओरल कैंसर, डेंटल इम्प्लांट प्लेसमेंट और पीरियोडान्टल सर्जरी आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कम विकिरण जोखिम ने दंत चिकित्सा की इमेजिंग और इलाज में एक क्रांति पैदा कर दी है।
उन्होंने कहा कि सीबीसीटी के खर्चे तथा पारंपरिक कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) की तुलना में विकिरण का खतरा भी कम है तथा इससे डायग्नोसिस से इमेज-गाइडेड आपरेटिव और सर्जिकल प्रक्रियाओं में इमेजिंग की भूमिका को नया आयाम मिला है।








