एएमयू के डेंटल कालिज में इंडियन ऑर्थोडोंटिक्स दिवस का आयोजन
अलीगढ़, 7 अक्टूबरः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डाक्टर जेड ए डेंटल कालेज के आर्थोडोंटिक्स एंड डेंटल एनाटमी विभाग के तत्वाधान में ‘‘इंडियन आर्थोडोंटिक्स डे‘‘ के उपलक्ष में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ‘‘जन जागरण नुक्कड़ नाटक‘‘ (स्ट्रीट प्ले) के माध्यम से एक जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया और एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।
कालेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर आरके तिवारी ने दर्शकों को मौखिक स्वास्थ्य के लिए जन जागरूकता कार्यक्रमों के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारतीय आर्थोडोंटिक्स दिवस कुप्रबंधन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और इस समस्या को हल करने के लिए आर्थोडोंटिक्स के विज्ञान को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है।
आर्थोडोंन्टिक्स और डेंटल एनाटमी विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर संध्या माहेश्वरी ने कहा कि आमतौर पर फिक्सड आर्थोडोंटिक उपचार 12-13 साल की उम्र में शुरू होता है, जब मुंह में सारे स्थायी दांत निकल आए हों। लेकिन ऐसे कई उदाहरण हैं जब समस्या की गंभीरता को देखते हुए प्रारंभिक उपचार 8-9 साल की उम्र में ही शुरू कर दिया गया है।
डाक्टर अरबाब अंजुम, डाक्टर सबा खान और डाक्टर दीपिका बैस कार्यक्रम की समन्वयक थीं।