अलीगढ़, 17 मार्चः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा ‘यूरो-डॉलर मार्केटः कुछ अनुभवजन्य मुद्दे’ पर विश्वविद्यालय विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया। अर्थशास्त्री प्रोफेसर खान मसूद अहमद (पूर्व कुलपति, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय) ने व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए यूरो-डॉलर बाजार, इसके गठन, कार्य, महत्व, अन्य बाजारों के साथ इसके संबंध और यह कैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली और अर्थव्यवस्थाओं के कामकाज को प्रभावित करता है, का व्यापक कवरेज प्रदान किया।
उन्होंने यूरो-डॉलर बाजार से जुड़े राजनीतिक पहलू और कैसे अंतरराष्ट्रीय राजनीति ने यूरो-डॉलर बाजार की संरचना को आकार दिया, पर प्रकाश डाला और संभावित अनुसंधान क्षेत्रों पर भी विचार-विमर्श किया और इस क्षेत्र में अनुसंधान करने के लिए डेटा संग्रह के लिए व्यापक स्रोत प्रदान किए।
प्रोफेसर निसार अहमद खान, समन्वयक, विश्वविद्यालय विस्तार व्याख्यान, ने उद्घाटन भाषण दिया, जबकि प्रोफेसर मोहम्मद अब्दुस सलाम, अध्यक्ष, अर्थशास्त्र विभाग ने कार्यवाही का संचालन करते हुए स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।
व्याख्यान में बड़ी संख्या में छात्रों, शोधार्थियों, अतिथियों और विभाग के शिक्षकों ने भाग लिया।