जेएन मेडिकल कालिज में दो दिवसीय यूपी-ऐसिकोन 2021 का आयोजन
सम्मेलन के मुख्य अतिथि, प्रोफेसर अभय दलवी (अध्यक्ष, एसोसिएशन आफ सर्जन्स आफ इंडिया) ने कहा कि “सर्जरी में शामिल होने का यह एक रोमांचक समय है। भविष्य में सर्जरी में नवोन्मेषी प्रौद्योगिकी का विस्तार होगा, रोग की बेहतर समझ पैदा होगी और रोगियों की देखभाल में सुधार के लिए विशेषज्ञों और नवप्रवर्तकों के बीच व्यापक सहयोग होगा‘‘।
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के सम्मेलनों के द्वारा सर्जन यह पता लगा सकते हैं कि भविष्य कैसा होगा, किन तकनीकों का सबसे अधिक प्रभाव होगा, और रोगियों और शल्य चिकित्सा पेशेवरों के लिए इसका क्या अर्थ है।
प्रोफेसर दलवी ने अकादमिक सम्मेलन के आयोजन के लिए एएमयू प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
सम्मेलन के मुख्य संरक्षक, एएमयू के कुलपति, प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि कैसे नई सहस्राब्दी में व्यापक परिवर्तनों ने चिकित्सा शिक्षा में क्रांति पैदा की है।
उन्होंने चिकित्सा क्षेत्र में शैक्षणिक मानकों में सुधार लाने और इसे प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रोफेसर मंसूर ने कहा कि सभी के लिए उच्च-गुणवत्ता और कम लागत वाली स्वास्थ्य सेवाओं के लक्ष्य के साथ गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे के निर्माण के पर्याप्त अवसर हैं। एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स आफ इंडिया और इसका यूपी चौप्टर स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता में सुधार के लिए अथक प्रयास कर रहा है।
उन्होंने यूपीएएसआई के इतिहास में पहली बार कैडेवरिक और रोबोटिक सर्जरी कार्यशालाओं में प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए कार्यक्रम की आयोजन समिति की सराहना की।
सम्मेलन के रिसोर्स पर्ससन्स ने रोबोट-समर्थित सर्जरी के कौशल और ज्ञान को साझा किया जिससे डाक्टरों के लिए पारंपरिक तकनीकों की तुलना में अधिक सटीकता, लचीलेपन और नियंत्रण के साथ कई प्रकार की जटिल सर्जरी करना संभव होगा। प्रतिभागियों के कौशल में सुधार के लिए कैडवेरिक कार्यशाला में सर्जिकल प्रशिक्षण भी दिया गया।
प्रसिद्ध सर्जन और सदस्य ट्रस्टी, सर गंगा राम अस्पताल, नई दिल्ली, पद्म श्री प्रोफेसर समीरन नंदी कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि थे।
कार्यशाला के आयोजन सचिव प्रोफेसर सैयद अमजद अली रिज़वी (अध्यक्ष, सर्जरी विभाग) ने बताया कि प्रसिद्ध सर्जन, प्रोफेसर वीएस राजपूत, प्रोफेसर रमाकांत और प्रोफेसर आरपी साही को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल डा बिपिन पुरी को प्रेसिडेंशियल मेडल और प्लेक आफ आनर से सम्मानित किया गया जबकि डा वसिफ मोहम्मद (एसोसिएट प्रोफेसर, सर्जरी विभाग, जेएन मेडिकल कालिज) को आरएल सुभारती ओरेशन अवार्ड दिया गया। प्रोफेसर रिज़वी ने धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
अमेरिका, इंग्लैंड, स्काटलैंड, सिंगापुर, फिलीपींस और यूएई (दुबई) समेत अन्य देशों के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों ने आनलाइन व्याख्यान, पैनल चर्चा, केस प्रस्तुतियों, पोस्टर और वीडियो प्रस्तुतियों और वैज्ञानिक पेपर प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रतिभागियों का ज्ञान वर्धन किया।
प्रोफेसर राकेश भार्गव (डीन, मेडिसिन संकाय), प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी (प्रिंसिपल, जेएनएमसी), प्रोफेसर अफजल अनीस, डा मोहम्मद सादिक अख्तर, प्रोफेसर एसएच हारिस, प्रोफेसर अतिया ज़काउर रब, डा वासिफ मोहम्मद अली, डा राजेश्वर एस चौधरी, डा शहबाज हबीब फरीदी, डा मंसूर अहमद, डा मोहम्मद यूसुफ अफाक, डा जीपी वार्ष्णेय, डा एस वार्ष्णेय, डा मोहम्मद नफीस अहमद और डा सैयद आकिफ फरीदी ने विचार विमर्श में भाग लिया।