अलीगढ़ 4 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट आफिस (जनरल) के तत्वाधान में एक आनलाइन इंटरनेशनल कार्पाेरेट मीट का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुलपति, प्रोफेसर तारिक मंसूर ने उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि नौकरी के बजाय उद्यमिता, पढ़ाई के दौरान हासिल किए गए कौशल को साकार करने का एक बेहतर विकल्प है क्योंकि यह व्यक्ति को नौकरी चाहने वाले के बजाय नौकरी प्रदाता बनने में सक्षम बनाता है।
उन्होंने कहा कि व्यावसायिक जगत और शिक्षाविदों के बीच पारस्परिक रूप से लाभकारी संबंध बनाने के लिए कार्पाेरेट बैठकें महत्वपूर्ण हैं और एएमयू के छात्रों को एएमयू में अपनी पढ़ाई शुरू करने के पहले दिन से ही नौकरी बाजार के लिए खुद को तैयार करना चाहिए।
प्रोफेसर मंसूर ने उनसे कारपोरेट जगत के लिए खुद को सक्षम बनाने के लिए कॉर्पाेरेट जगत के सिद्धांत और शिष्टाचार सीखने और पर्याप्त कौशल हासिल करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने एएमयू के पूर्व छात्रों के साथ संबंधों को प्रगाढ़ बनाने के महत्व पर जोर देते हुए बताया कि वे कार्पाेरेट जगत के साथ संबंध बनाने में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने शिक्षा और नौकरियों सहित विभिन्न मानव गतिविधियों के लिए चुनौतियां की हैं परन्तु इस के साथ ही इन क्षेत्रों में नए रास्ते भी पैदा किए हैं और इस मीट में भाग लेने वाले वरिष्ठ उद्योग विशेषज्ञ और संसाधन व्यक्ति सम्बंधित मुद्दों, चुनौतियों और अवसरों को उजागर करेंगे।
उन्होंने कहा कि एएमयू ने छात्रों को नवीनतम तकनीकी शिक्षा से लैस करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बी.टेक और एम.टेक. तथा डेटा साइंस आदि में एम एस सी जैसे कई रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किए हैं।
मुख्य अतिथि, श्री इमाद मलिक (सीईओ, शराफ एक्सचेंज, दुबई) ने नौकरी बाजार में उत्पन्न होने वाले रुझानों और छात्रों को रोजगार योग्य बनाने के लिए आवश्यक कौशल पर प्रकाश डाला। उन्होंने अपनी सफलता की कहानी में एएमयू की भूमिका का उल्लेख करते हुए छात्रों से अच्छी प्रेरक किताबें पढ़ने और उपलब्धि हासिल करने वालों की सफलता की कहानियों से सीख लेने का आग्रह किया। उन्होंने एएमयू द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का सर्वाेत्तम उपयोग करने की भी उन्हें सलाह दी। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनका संगठन एएमयू के छात्रों को लाइव प्रोजेक्ट पर इंटर्नशिप, नौकरी और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एएमयू के साथ करार की संभावनाओं का पता लगाएगा।
मानद अतिथि, सुश्री रूपा हसन (वरिष्ठ एचआर, दुबई इलेक्ट्रिसिटी एंड वाटर अथॉरिटी – डीईडब्ल्यूए) ने जीवन कौशल के महत्व और खुश रहने के साथ ही कार्य-जीवन के बीच उचित संतुलन बनाए रखने के लाभों पर बल दिया। उन्होंने छात्रों से एक स्वस्थ भावनात्मक जीवन जीते हुए रोज़गार बाजार की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए अपने ज्ञान और कौशल को उन्नत करने का आग्रह किया।
इससे पूर्व, प्रोफेसर इमरान सलीम (कार्यक्रम संयोजक) ने मेहमानों का स्वागत करते हुए नियमित रूप से कार्पाेरेट बैठकों के आयोजन और इन में भाग लेने के महत्व को रेखांकित किया।
सुश्री अमरा मरियम (प्रशिक्षण और प्लेसमेंट समन्वयक, यूनिवर्सिटी विमेंस पालिटेक्निक) ने कार्पाेरेट बैठक के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और श्री नकी अब्बास, एएमयू के पूर्व छात्र और इनेबल करियस के संस्थापक के साथ तकनीकी सत्र का संचालन किया। सुश्री ललिमा गुप्ता और सुश्री तृष्णा अग्रवाल, छात्र स्वयंसेवक, टीपीओ (सामान्य) ने अतिथियों और पैनलिस्टों का परिचय दिया।
श्री नकी अब्बास, श्री साद हमीद (टीपीओ-जनरल) और सुश्री अमराह मरियम ने शिक्षा और रोजगार संगत योग्यताः क्या उत्तर कोविड समय में यह एक नया सामान्य है। विषय पर एक पैनल चर्चा का संचालन किया। श्री अभिषेक तलवार (सीईओ, हेक्साव्यू टेक्नोलाजीज, नोएडा), सुश्री ज़ैनब जाफरी (डेलोइट, मुंबई), श्री आलोक एन गुप्ता (एमडी, टैलेंट रिक्रूट, बेंगलुरु), श्री धीरज मोदी (ग्लोबल एचआर हेड, एनएलबी सर्विसेज, गुरुग्राम) और श्री फैनान ख्वाजा (वीपी, कैम्बे कंसल्टिंग) ने चर्चा में भाग लिया और अपने विचार साझा किए।
श्री साद हमीद ने समापन भाषण प्रस्तुत किया, जबकि डा० जहांगीर आलम, सहायक टीपीओ ने कार्यक्रम का संचालन किया और डा० मंसूर आलम सिद्दीकी, टीपीओ विमेंस कालेज ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। डा० मुज़म्मिल मुश्ताक, सहायक टीपीओ ने कारपोरेट मीट के सफल आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बैठक में 800 से अधिक छात्र, शिक्षक, विभागीय टीपीओ और उद्योग विशेषज्ञ शामिल हुए।








