अलीगढ़, 1 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के ग्रीन यूनिवर्सिटी प्रोजेक्ट कमेटी के संयोजक प्रोफेसर मोहम्मद रिहान द्वारा तैयार केस स्टडी, ‘डीकार्बनाइजिंग द अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपसः एन एक्सपेरिमेंटल एनालिसिस ऑफ इनिशिएटिव्स, देयर इम्पैक्ट एंड लेसन्स लर्न्ड’ को ‘महामारी के समय में विश्वविद्यालय, यूआई ग्रीनमेट्रिक और एसडीजी’ विषय पर यूआई ग्रीन मेट्रिक वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (आईडब्लूजीएम 2021) पर ‘7वीं अंतर्राष्ट्रीय (वर्चुअल) कार्यशाला की कार्यवाही में प्रकाशन के लिए स्वीकार किया गया है।
प्रो रिहान ने कार्यशाला के दौरान महामारी के समय में विश्वविद्यालयों में ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन प्रबंधन के लिए मुद्दे और नवाचार पर एक सत्र में अपना पेपर प्रस्तुत किया।
प्रोफेसर रिहान ने बताया कि एएमयू कार्बन फुटप्रिंट्स को कम करने के लिए हरित बिजली और ऊर्जा संरक्षण को अपनाने का प्रयास कर रहा है और एएमयू में हमारी हरित परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन ने अन्य शैक्षणिक संस्थानों को प्रेरित किया है। एएमयू ने एक नीति के रूप में ऊर्जा दक्षता को भी अपनाया है और ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने में अन्य हितधारकों की भागीदारी सुनिश्चित की है।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में केवल रेक्टर्स, वाइस रेक्टर्स, वाइस चांसलर और विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर प्रभारी द्वारा सह लिखित शोध पत्र प्रस्तुत किए गए थे।








