पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने को लेकर एएमयू कैंपस में लगाए गए हैं पोस्टर
क्या बोले जनसंपर्क कार्यालय के एमआईसी
एएमयू के एमआईसी जनसंपर्क कार्यालय प्रोफेसर शाफे किदवई ने बताया की एएमयू जब पूरी तरह से बंद है और क्लास ऑनलाइन हो रहे हैं। पोस्टर किसने लगाए इसकी जांच की जा रही है। आंतरिक जांच की जा रही है। ए एम यू के सीसीटीवी कैमरे की भी जांच की जा रही है ताकि उसके जरिए यह पता लग सके की एएमयू कैंपस में पोस्टर लगाने वाले कौन हैं। एएमयू कुलपति ने भी इस मामले को बहुत ही गंभीरता से लिया है।
क्या है विवाद
मंगलवार को रात में एएमयू कैंपस के विभिन्न स्थानों पर अंग्रेजी और उर्दू में एक कागज पर लिखकर संदेश चस्पा किया गया की कल्याण सिंह बाबरी मस्जिद के को गिराने में अहम किरदार थे उन्होंने मुसलमानों के साथ धोखा किया है। इसी को लेकर एएमयू की तरफ से प्रेस रिलीज जारी कर पूर्व मुख्यमंत्री के लिए दुख व्यक्त किया था और उनको श्रद्धांजलि दी थी। इसी के मद्देनजर यह पोस्टर चिपकाए गए थे। हालांकि एएमयू से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इस पोस्टर पर किसी तरह का कोई हस्ताक्षर नहीं है। ऐसे में यह पता लगाना की यह हरकत किसकी है, बहुत मुश्किल है लेकिन फिर भी सीसीटीवी कैमरा की जांच की जा रही है और पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि पोस्टर को चिपकाने वाले कौन हैं।
क्या है पोस्टर में
पोस्टर में लिखा गया है की एएमयू के कुलपति द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को श्रद्धा श्रद्धांजलि देना बहुत ही शर्मनाक है हमारे समाज की मजहबी धार्मिक भावनाओं को आहात पहुंचाना है और यह नैतिकता के खिलाफ है। कल्याण सिंह बाबरी मस्जिद के गिराने के मुख आरोपी नहीं बल्कि वह सुप्रीम कोर्ट द्वारा बी आरोपी ठहराए जा चुके हैं। ऐसे में एन यू के वाइस चांसलर द्वारा उनको श्रद्धांजलि देने से पूरी अली बिरादरी खफा है। कुलपति के एस काम के लिए हम इसकी निंदा करते हैं। और वह अपने हित के लिए इस पार्टी का इस्तेमाल कर रहे हैं। और हम अपने कुलपति की निंदा करते हैं