अलीगढ़ 24 अप्रैलः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और स्कूल ऑफ लैंग्वेज एंड लैंग्वेज एजुकेशन, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ क्लासिकल तमिल, चेन्नई द्वारा 25-26 अप्रैल, 2023 को ‘तोलकप्पियम एंड इट्स रेलिवेंस विद क्लासिकल तमिल एंड हिस्ट्री’ पर एक ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। एएमयू के इतिहास विभाग की प्रो. एस. चांदनीबी और केंद्रीय शास्त्रीय तमिल संस्थान के निदेशक प्रो. आर. चंद्रशेखरन समन्वयक हैं।
दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की योजना दुनिया के सामने तोलकप्पियम की उत्कृष्टता और समृद्धि लाने की है, जिसमें व्यक्तित्व, मातृत्व, समकालीन साहित्य पर प्रभाव और विदेशी भाषा साहित्य का निर्माण शामिल है।
प्रोफेसर चांदनीबी ने बताया कि 25 अप्रैल को उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता एएमयू के कुलपति प्रो. मोहम्मद गुलरेज करेंगे, जबकि जाफना विश्वविद्यालय, श्रीलंका के तमिल विभाग के मानद प्रोफेसर डॉ. ए. सन्मुगदास मुख्य अतिथि होंगे।
प्रो. आर. चंद्रशेखरन स्वागत भाषण देंगे और प्रो. एस. चांदनीबी इस सम्मेलन के उद्देश्यों पर व्याख्यान देंगी। पुस्तकालय और सूचना विज्ञान की प्रोफेसर निशात फातिमा समापन टिप्पणी देंगी। समापन समारोह 26 अप्रैल को आयोजित किया जाएगा। समाज विज्ञान संकाय के डीन प्रोफेसर मिर्जा असमर बेग विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य भाषण देंगे। प्रो. मोहम्मद आशिक अली, अध्यक्ष, हिंदी विभाग विशिष्ट अतिथि होंगे और डॉ. आर. भुवनेश्वरी, रजिस्ट्रार, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ क्लासिकल तमिल अभिनंदन भाषण देंगे।
प्रोफेसर चांदनीबी ने कहा कि मलेशिया, जर्मनी, तंजानिया और विभिन्न भारतीय राज्यों के बारह प्रोफेसर तोल्कपियम और शास्त्रीय तमिल और इतिहास के साथ इसके संबंधों पर शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। इनमें से कुछ निबंधों से यह समझा जा सकता है कि प्राचीन तोलकाप्पियम न केवल व्याकरण पर एक पाठ है बल्कि एक भंडार भी है जो प्राचीन समाज की संस्कृति, सभ्यता और इतिहास और साहित्यिक रचना को दर्शाता है। अन्य लेख विभिन्न अन्य भाषाओं में तोलकप्पियम की समानता, अनुवाद के दौरान आने वाली चुनौतियों और समाधानों के बारे में बताते हैं।