अलीगढ़, 21 मईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व एक योग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसमें शिक्षक और छात्रएक सप्ताह तक चलने वाले कार्यकर्मों में भाग ले रहे हैं। महोत्सव में योग जागरूकता अभियान, व्यावहारिक सत्र, वेबिनार, सामान्य चर्चा के अलावा कार्यशाला और ग्रुप योगा सत्र आयोजित होंगे।
यह कार्यक्रम आयुष मंत्रालय के तहत शारीरिक शिक्षा विभाग और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है।
सात दिवसीय महोत्सव का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि प्रोफेसर असमर बेग (राजनीति विज्ञान विभाग) ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने न केवल देश भर में योग के अभ्यास को प्रोत्साहित किया है, बल्कि उन्होंने दुनिया भर के लोगों को इसके दूरगामी स्वास्थ्य लाभों सहित योग से परिचित कराया है।
उन्होंने कहा कि परिणामस्वरूप, संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया।
प्रोफेसर असमर ने जोर दिया कि योग समग्र स्वास्थ्य का एक तरीका है और इसका उत्सव दुनिया भर में स्वास्थ्य, भलाई और शांति को बढ़ावा देने के लिए एक जन आंदोलन का अवसर है।
प्रोफेसर सैयद तारिक मुर्तजा (अध्यक्ष, शारीरिक शिक्षा विभाग) ने कहा कि योग जीवन का एक व्यापक और एकीकृत विज्ञान है जो व्यक्ति और समाज के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक कल्याण से संबंधित है। उनहोंने कहा कि यह अत्यधिक स्वास्थ्य लाभ के साथ आत्म-परिवर्तन की एक एकीकृत पद्धति है।
कार्यक्रम के आयोजन सचिव, प्रोफेसर राजेंद्र सिंह ने कहा कि दैनिक योग दुर्घना ग्रस्त होने की संभावना को कम करने में मदद करता है और तनाव के स्तर को कम करके उनके दिमाग को शांति प्रदान करता है।
उन्होंने डा. नौशाद वहीद अंसारी के साथ सामूहिक योग सत्र का भी संचालन किया।
कार्यक्रम का संचालन डा. मेराजुद्दीन फरीदी ने किया।








