
अलीगढ़, 10 मईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने आज राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा जारी अपने संशोधित समीक्षा मूल्यांकन में ‘ए प्लस’ रैंक प्राप्त करते हुए देश के प्रमुख संस्थानों में अपनी जगह को और मजबूत कर लिया है।
इससे पूर्व नैक ने एएमयू को ‘ए’ रैंक वर्ग में रखा था और कुलपति ने रैंकिंग में संशोधन के लिए प्रार्थना पत्र तैयार करने के लिए प्रोफेसर परवेज मुस्तजाब (डीन, इंजीनियरिंग संकाय) की अध्यक्षता में वरिष्ठ शिक्षकों की एक समिति का गठन किया था। अब, नैक ने अमुवि के मूल्यांकन में संशोधन कर एएमयू को ‘ए प्लस’ रैंक दिया है जो 10 मई 2022 से पांच साल की अवधि के लिए वैध होगा।
एएमयू कुलपति, प्रोफेसर तारिक मंसूर ने मूल्याकन में संशोधन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उच्च नैक रैंकिंग कई अन्य महत्वपूर्ण मापदंडों में एएमयू की व्यवस्था एवं प्रशासनिक सुदृढ़ता और शैक्षणिक गतिशीलता आदि को इंगित करती है। हम छात्रों और शिक्षकों को बेहतर परिणाम देने के लिए लगातार अपने कार्यों में विस्तार कर रहे हैं।
शिक्षकों को बधाई देते हुए कुलपति ने कहा कि देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में एएमयू का स्थान हमारे शिक्षकों की कड़ी मेहनत और विश्वविद्यालय में किए गए प्रासंगिक और केंद्रित शोध को दर्शाता है।
विश्वविद्यालय के शिक्षकों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद देते हुए प्रोफेसर मंसूर ने कहा कि एएमयू एक मजबूत संस्थान है जिसमें सक्षम शिक्षकों एवं छात्रों के अंदर नवीनतम शैक्षिक विचारों और नवाचार को बढ़ावा दिया जाता है जो बदलते समय के अनुरूप है। राष्ट्रीय विकास में हमारा योगदान भी इसी अनुपात में तेजी से बढ़ रहा है।
प्रोफेसर मंसूर ने कहा कि मुझे यकीन है कि हमारे शिक्षक एवं छात्र इस ग्रेड को बरक़रार रखेंगे और भविष्य में इसमें और सुधार करेंगे। उन्होंने कहा कि नैक द्वारा प्रदान की गई ग्रेडिंग विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा धन और अनुदान के आवंटन के लिए महत्वपूर्ण है।
ए प्लस ग्रेड पाठ्यक्रम के विभिन्न पहलुओं, शिक्षण और मूल्यांकन, अनुसंधान, नवाचार और विस्तार, बुनियादी ढांचे और सीखने के संसाधनों, छात्र सपोर्ट और प्रगति, प्रशासन, नेतृत्व और प्रबंधन और संस्थागत मूल्यों और विभिन्न मानदंडों पर आधारित है।